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क्षेत्रीय स्वावलम्बन केन्द्र लोकार्पण – जोधपुर

स्वावलंबन भारत अभियान के अंतर्गत सभी को रोज़ग़ार देने एवं स्वरोजगार, उधमिता/व्यापार/स्टार्टअप/एंटरप्रेनोरशिप से जोड़ने के लिए राजस्थान क्षेत्र के लिए जोधपुर में स्वावलंबन केंद्र बनाया गया है । इस क्षेत्रीय स्वावलंबन केंद्र का लोकार्पण/उद्घाटन एवं युवा उधमिता सम्मेलन का कार्यक्रम रविवार, 14 अप्रैल, 2024 को रखा। आप सभी सादर आमंत्रित है।
स्थान:- 99, करणी नगर, कुड़ी-भगतासनी रोड,जोधपुर, राजस्थान
समय :- प्रातः 10:15
दिनांक :- 14 अप्रैल 2024,रविवार
लोकेशन मैप :- https://maps.app.goo.gl/C69sudk849frtabbA?g_st=iw
-गरिमामय उपस्थिति-
पावन सानिध्य: आचार्य स्वामी रामाचार्य जी, जेसला, मुक़ाम, जोधपुर
मुख्य वक्ता: श्रीमान सतीश कुमार जी
राष्ट्रीय सह संगठक, स्वदेशी जागरण मंच
अध्यक्ष : श्रीमान राधेश्याम जी रंगा
प्रांत सरंक्षक, स्वा. भा. अभियान, जोधपुर
मुख्य अतिथि : श्रीमान घनश्याम जी ओझा
राष्ट्रीय अध्यक्ष, लघु उद्योग भारती
स्वावलंबी भारत अभियान टीम

स्वावलम्बी भारत अभियान

देश के सभी युवाओं को रोजगार देने के लिए 12 जनवरी 2022 को स्वदेशी जागरण मंच सहित सभी आर्थिक, शैक्षिक व सामाजिक संगठनों ने स्वावलम्बी भारत अभियान की शुरूआत कर देश को पूर्ण रोजगार युक्त करने की नींव डाली। युवाओं की सोच को केवल सरकारी एवं गैर सरकारी नौकरी करने के स्थान पर कृषि, विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र में उद्यमिता की और ले जाना ही अभियान का प्रमुख उद्देश्य है। देश में बेरोजगारी की समस्या के समाधान व रोजगार सृजन हेतु व्यापक प्रयत्नों जैसे-जनजागरण, प्रबोधन व सहयोग की आवश्यकता है। स्वावलम्बी भारत अभियान भारत के आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक संगठनों की एक व्यापक पहल है।
देश में 15 से 29 वर्ष के करीब 37 करोड़ युवा है जिन्हें रोजगार की आवश्यकता है देश में 3.80 करोड़ ही सरकारी एवं गैर सरकारी नौकरियां है। करीब 51.2 करोड़ कार्यकारी जनसंख्या यानि 65 वर्ष तक रोजगार करने वालों की संख्या है। देश में कुल कार्यकारी जनसंख्या की 7.4 प्रतिशत ही सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी नौकरियां उपलब्ध हैं यदि इसमें निजी नौकरियों में ठेले पर, प्रतिदिन की दिहाड़ी पर, अनियमित व कच्ची नौकरियों को मिलाकर भी 51.2 करोड़ के लेबर फोर्स में से 20 से 21 प्रतिशत ही नौकरियों की संभावना बनती है। शेष 79 से 80 प्रतिशत को कृषि, विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र में उद्यमिता में ही रोजगार मिलना है। कृषि में सर्वाधिक 35 प्रतिशत युवाओं एवं लघु-कुटीर उद्योग में 11 करोड़ यानि 20 से 21 प्रतिशत युवा रोजगार पाते हैं।
यह अभियान युवाओं को देश के प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता, बाजार की आवश्यकता एवं स्वयं की अंतर्निहित उद्यमकौशलता के चलते रोजगार प्रदाता क्षेत्र-वस्त्र उद्योग (टैक्सटाईल), निर्माण (इंफास्ट्रक्चर ), खुदरा व्यापार (रिटेल), उत्पादन (मैन्युफैक्चरिंग), सूचना तकनीकी (इनफोरमेशन टेक्नॉलॉजी), रियल एस्टेट, बैक-बीमा एवं कृषि क्षेत्र में मुल्य संवर्धन से स्वरोजगार स्थापित करने एवं देश की सम्पूर्ण कार्यकारी जनसंख्या (लेबरफॉर्स) को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।

1. इस अभियान के चार सूत्रः

विकेन्द्रीकरण :- देश में उत्पादन विपणन-वितरण की योजनाएँ जिला स्तर पर बने तो रोजगार सृजन स्थानीय संसाधानो, मानवीय श्रम, उद्यमों, बाजारों एवं रोजगार के अवसरों पर आधारित होने से जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उत्पन्न होगे।
स्थानीय एवं स्वदेशीः- स्थानीय स्तर पर कृषि एवं लघु और कुटिर उद्योगों का बढ़ावा मिलने और स्थानीय उत्पादों की बिकी बढ़ने एवं खरीददारी से ही स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ते है।
उद्यमिताः- वर्तमान में देश के सभी युवाओं को नौकरियां देना किसी भी सरकार, आर्थिक संगठनों एवं उद्योगों के लिए संभव नहीं है। इसके लिए
युवाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में कौशल विकास कर स्वरोजगार, लघु उद्योग, स्टार्ट अप, कृषि में मूल्य संवर्धन, सूचना प्रौद्योगिकी में कौशल विकास की प्रक्रियाओं को अपनाकर भारत में रोजगार के असीमित अवसरों का लाभ ले सकता है।
सहकारिताः- युवा सहकारिता का सहारा लेकर पूंजी के एकत्रीकरण से मिलकर उद्योग चलाते है तो गुणवता वाले रोजगार, उद्योंगों में पूजी का नुकसान कम एवं सफलता अधिक होती है। इसलिए स्थानीय स्तर पर अमूल, इंडियन कॉफी हाउस, लिज्जत पापड़ जैसे सहकारी उद्योग लगाने से देश के युवा को स्थानीय स्तर पर पर्याप्त रोजगार के अवसर उपलब्ध होगे।

2. इस अभियान की रोजगार योजना त्रिस्तरीय है।

प्रथम स्तर पर वर्तमान में रोजगार सृजन का कार्य करने वाले संगठनों को सहयोग, प्रोत्साहन एवं संवर्धन करना है। इसके अन्तर्गत देश को सर्वाधिक रोजगार देने वाले लघु उद्योगों, कुटीर उद्योगों एवं स्वरोजगार करने वालों की कठिनाईयों का समाधान करने का बड़ा काम करना। इसमें बेरोजगार युवाओं को उद्योगों में रोजगार दिलाने तथा नाई, सुथारी, धोबी, प्लम्बर, सिलाई, डिजाईन, वैल्डिंग, एसी रिपेरिंग, साईकिल-मोटर साईकिल-कार-ट्रक सर्विस, मेकअप, मेहंदी लगाने, रंग करने का कार्य, आदि के कौशल विकास के प्रशिक्षण एवं प्रवृति को बढ़ावा देना।
दूसरे स्तर पर युवाओं को रोजगार में उद्यमिता से सम्बन्धित मार्गदर्शन के लिए जिला स्तर पर स्वावलम्बन केंद्र की स्थापना करना। इस केन्द्र पर युवाओं को स्वरोजगार एवं उद्यम चलाने की जानकारियां, स्वरोजगार की चुनौतियों के समाधान, रोजगार की प्रक्रियाओं के मिलने की व्यवस्था करना एवं अर्न व्हाईल लर्न का प्रशिक्षण देने का कार्य करना। इस केन्द्र पर जिले की आवश्यकता, संसाधनों, युवा शक्ति का स्वभाव, उनके शिक्षा व कौशल विकास, इंडस्ट्री आदि के सटीक अध्ययन व नियोजन की व्यवस्था हो ।
तीसरे स्तर पर उद्यमिता के लिए युवा पांच संकल्प करे –
हम पढ़ते हुए ही कमाई शुरू करेंगे। जल्दी कमाने वाले बनेंगे।
हम नौकरी लेने वाले नहीं नौकरियां देने वाले बनेंगे।
हम बड़ा सोचें, नया सोंचे सामान्य से हटकर सोचे।
उद्यमिता के 5 गुणों को धारण करे दृढ़ इच्छाशक्ति, परिश्रमी होना व नई
तकनीकी को अपनाना ।
संकल्प राष्ट्र को प्राथमिकता और स्वदेशी आवश्यक हो।

3. स्वावलम्बन केंद्र

स्वावलम्बी भारत अभियान भारत में रोजगार सृजन के विभिन्न मार्गों व उपायों को विकसित करने का एक बडा अभियान है। इसके अंतर्गत
सहकारिता अपनाएंगे – पूर्ण रोजगार पाएंगे

नौकरियों के अवसर खोजने, उद्यमिता के सब प्रकार के प्रयोगों को करने, एफपीओ, स्टार्टअप, उद्योगों की स्थिति, नए कार्य शुरू करने के सुझाव, सफल उद्यमियों के साथ चर्चा, सहकारिता व अन्य प्रकार की प्रक्रियाओं की न केवल जानकारी देने वाला बल्कि इन प्रक्रियाओं को अपनाने में उनका प्रत्यक्ष सहयोग के नाम पर सरकार की सभी योजनाओं, बैकों की ऋण योजनाओं, सब्सिडी, एवं संस्थाओं की स्थापना से लेकर सफलता प्राप्त करने तक की जिज्ञासाओं की जानकारी देने वाला एक जिला स्वावलम्बन केन्द्र भी चाहिए। जिसमें 11 सदस्यों की टोली में 1. संरक्षक, 2. समन्वयक, 3. प्रबन्धक, 4. पूर्णकालिक कार्यकर्ता, 5. बैंक ऋण की जानकारी देने वाला विशेषज्ञ, 6. केन्द्र एवं राज्य सरकार की रोजगार सृजन योजनाओं की जानकारी देन वाला विशेषज्ञ, 7. स्वरोजगार संस्था स्थापित करने की जानकारी देने वाला विशेषज्ञ, 8. कृषि में मुल्य संर्वधन की जानकारी देने वाला विशेषज्ञ, 9. खुदरा व्यापार की जानकारियां देने वाला विशेषज्ञ, 10 एवं 11 सेवा क्षेत्र (रिपेयरिंग) के अन्तर्गत प्रशिक्षण से सम्बन्धित जानकारियों देने वालें विशेषज्ञ होगें।

4. अभियान का डिजिटल पोर्टल (mysba.co.in)

स्वावलम्बी भारत अभियान में शहरी युवाओं के साथ ही दूरस्थ एवं ग्रामीण युवाओं तक पहुँच बनाने के लिए ही अभियान के डिजिटल पोर्टल mysba.co.in की व्यवस्था की गई हैं। यह केवल वेबसाइट अथवा पोर्टल नहीं होकर एक तंत्र है जो भारत के युवाओं में रोजगार के सभी आयामों में सहयोग करेगा। चाहे वे नौकरियां हो, स्वरोजगार हो या उद्यमिता हो। इसके अन्दर युवाओं के लिए किसी उद्यम के लिए शंका समाधान, शोध रिपोर्ट, इन्टनशीप से लेकर स्टार्ट एप्प से सम्बन्धित सभी प्रकार की जानकारी ले सकता

-: स्वागत समितिः

श्री कमलेश गहलोत, प्रान्त सहसमन्वयक, स्वा.भा. अभियान श्रीमती मंजू सारस्वत, प्रान्त महिला समन्वयक, स्वा.भा.अभियान

श्री तुलछाराम सीवर, प्रचार प्रमुख, स्वा.भा.अभियान

डॉ हीराराम, प्रांत अध्यक्ष एबीवीपी जोधपुर

श्री प्रसन्नराज मेहता, सदस्य, प्रान्त टोली, स्वा.भा.अभियान

-: आयोजन समिति

डॉ सतीश कुमार आचार्य, क्षेत्र संयोजक, स्व. जा. मंच, राजस्थान

श्री अनिल वर्मा, क्षेत्र समंवयक, स्वा. भा. अभियान राजस्थान

श्री रमेश बिश्नोई, संरक्षक क्षेत्रीय स्वावलम्बन केन्द्र राजस्थान

श्री देवेन्द्र डागा, सदस्य प्रान्तीय परिसद, स्व.जा. मंच, जोधपुर

श्री प्रमोद पालीवाल, प्रांत संयोजक, स्व. जा. मंच, जोधपुर

श्री जयगोपाल पुरोहित, प्रांत सह संयोजक, स्व. जा. मंच, जोधपुर

श्री महेश श्रीमाली, प्रांत सह समंवयक, स्वा.भा.अभियान

श्री विनय बम्ब, प्रांत सह समंवयक, स्वा. भा. अभियान जोधपुर

श्री महेन्द्र जी दवे, प्रांत सचिव, विद्या भारती जोधपुर

श्री राजेन्द्रसिंह डाबी, प्रदेश अध्यक्ष, बीएमएस

श्री धर्मेंद्र सोनी, प्रांत सचिव, अभाग्राप

श्री कृष्णगोपाल वैष्णव, प्रांत संयोजक पर्यावरण

श्री नवलकिशोर जी डागा

श्री उत्तमगिरी, सेवा भारती

श्री चण्डीदान चारण, प्रांतमंत्री, भारतीय शिक्षण मंडल जोधपुर

श्रीमती संतोष मेहरा, विभाग महिला प्रमुख, स्व.जा.मंच

श्री राजेन्द्रसिंह मेहरा, विभाग संघर्षवाहिनी प्रमुख, स्व.जा.मंच

श्री सुरेन्द्र बागमलानी, महानगर संघर्षवाहिनी प्रमुख, स्व.जा. मंच श्री दिनेश चौधरी, जिला सहसंयोजक, स्व.जा. मंच, जोधपुर श्रीमती मंजु चौधरी, जिला सहसंयोजक, स्व.जा. मंच, जोधपुर श्रीमती प्रियंका त्यागी, महानगर महिला समन्वयक, स्वा. भा.अ.

-: व्यवस्था प्रमुख

श्री मिथिलेश झा, प्रांत प्रचार सह प्रमुख, स्वदेशी जागरण मंच जोधपुर श्री रमेश सोनी, विभाग संयोजक, स्वदेशी जागरण मंच जोधपुर श्री जितेन्द्र मेहरा, विभाग सह संयोजक, स्व.जा. मंच जोधपुर श्री अमन भण्डारी, महानगर संयोजक, स्वदेशी जागरण मंच जोधपुर श्री दुष्यंत परिहार, जिला संयोजक, स्वदेशी जागरण मंच जोधपुर श्री जयप्रकाश नारायण, विभाग प्रचार सहप्रमुख, स्व.जा.मंच श्रीमती पिन्टू पारीक, महानगर महिला प्रमुख, स्व.जा.मंच, जोधपुर

-: आमन्त्रित अतिथि

श्री श्याममनोहर जी
क्षेत्रीय सम्पर्क प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, राजस्थान
मा. प्रकाश जीरावाला
महानगर संघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जोधपुर
श्री अतुल भंसाली
सदस्य, राष्ट्रीय परिषद, स्वदेशी जागरण मंच
श्री देवेन्द्र जी बुड़िया
अध्यक्ष, अखिल भारतीय विश्नोई समाज
प्रो. महेन्द्रसिंह राठौड़
पूर्व राज्यमंत्री, राजस्थान सरकार
डॉ. निर्मल गहलोत
फाउण्डर एण्ड डायरेक्टर, उत्कर्ष
डॉ. राम गोयल
संरक्षक, स्वावलम्बी भारत अभियान जोधपुर प्रांत
श्री पुनाराम चौधरी
सदस्य, राष्ट्रीय परिषद, स्वदेशी जागरण मंच
श्रीमती वनिता सेठ
महापौर नगर निगम जोधपुर
डॉ. के. एल. श्रीवास्तव
कुलपति जयनारायण व्यास जोधपुर
श्री सुरेश राठी
सुरेश राठी ग्रुप
श्री ज्ञानचंद्र पारख
प्रान्त सदस्य, स्वा.भा.अभियान, जोधपुर
श्री नरेन्द्र कुमार जैन
अध्यक्ष जेआईए
श्री भंवर लाल चोपड़ा
अध्यक्ष जोधपुर स्टेनलेस स्टील्स रिरोलिंग एसोसिएसन
श्री मेघराज लोहिया
पूर्व अध्यक्ष, राजसिको
डॉ. संगीता लूंकड़
निदेशक केएन महिला कॉलेज जोधपुर
श्री पूर्णसिंह जी
संगठन मंत्री एबीवीपी
श्री हेमराज जी
संगठन मंत्री, भारतीय किसान संघ
श्री स्वरुपदान जी
संगठन मंत्री, सेवा भारती
ग्राम-नगर की एक पुकार उद्यमिता व स्वरोजगार

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